एक आईएएस अधिकारी जिले का सर्वोच्च अधिकारी होता है इस पद को पाने के लिए हर साल लाखों लोग आंख गड़ाए रहते हैं ।
मगर सफलता उसी के कदम चूमती है जो सफलता के लिए अपने पूरे मन के साथ उस की ओर बढ़ रहा होता है इसी सिद्धांत अनुसार इस पद पर उसी की नियुक्ति होती है या यूं कहूं कि यह पद उसी को प्राप्त होता है जिसमें समाज को बदलने का दृष्टिकोण हो , समाज के हित में कुछ करने की इच्छा हो , निष्पक्ष न्याय क्षमता हो और अन्य अधिकारी वाले गुण ।
इस पद के बारे में बहुत से लोगों का कहना है कि अंग्रेज भारत में दो ही चीज अच्छी छोड़ गए पहला खुद भारत और दूसरी आईएएस , यह पद पाने की आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष तक है ( सामान्य वर्ग के लिए ) मगर इसकी तैयारी में है आपको 1 साल भी लग सकते हैं 2 साल भी लग सकते हैं और 10 साल भी लग सकते यह आप पर निर्भर करता है कि आप कितना साल इस पर लगाना चाहते हैं ।
दौड़ में शामिल होने के पहले…..
जैसा मैंने पहले बताया कि यदि आप इस दौड़ में केवल इसलिए हैं क्योंकि आपका पड़ोसी इस दौड़ में है या आपकी प्रेमिका इस दौड़ में है तो आप दौड़ में शामिल तो हो गए पर निकलने का रास्ता इतनी आसानी से नहीं दिखेगा , इसलिए जब यहां आए तो इस मानसिकता से आए तो इस मानसिकता के साथ हाय कि पूरा करके ही छोड़ेंगे ।
तैयारी कब शुरू करें……
वैसे तो कोई निश्चित आए हो तैयारी शुरू करने के लिए नहीं निर्धारित है और ना ही मैं करना चाहता हूं पर यदि आप कक्षा 6 से 12 तक एक अच्छे विद्यार्थी रहे हैं और आपका बेसिक मजबूत है तो आप 12 के तुरंत बाद ही तैयारी शुरू कर सकते हैं अन्यथा आप अपने कॉलेज के दिनों के तुरंत बाद तैयारी शुरू कर दें और उसके पहले अपना विषय अपना माध्यम इन विशेष बातों को निश्चित करने में समय लगाएं यह आपके आगे का समय बचाएंगे ।
तैयारी कैसे शुरू करें और विषय का चयन कैसे करें ..
आईएएस की तैयारी शुरू करने से पहले आपका अपने भाषा विषय पर पूरी तरह से बेसिक क्लियर होना चाहिए विषय पर मजबूत पकड़ होनी चाहिए और सबसे जरूरी बात युवा विषय अंकदाई और आपके रूचि के अनुसार होना चाहिए जिससे आपको पढ़ने में भी कठिनाई ना हो ।
तैयारी शुरू करने के पहले ……..
आईएस एक बड़ा पद है और एक जिम्मेदारी का कार्य आपके हाथों में इस पद के कारण आता है , उस जिम्मेदारी को और इस पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए आपके पास हर प्रकार का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है आपको अपने दोस्त भाई बंधु या किसी अजनबी से भी बात करने का ढंग आना चाहिए, अपनी बात रखने का ढंग आना चाहिए ।
आपको अंततः अपनी बात को जनता तक पहुंचाना होता है और इसमें किताबी ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण आपका अनुभव होता है यदि आपको उस बात का ज्ञान नहीं है तो आप सहायता ले सकते हैं पर यदि आपको उस बारे में जानकारी है तो आपका निर्णय बेहतर होगा और यह जानकारी लेने के लिए सबसे उचित समय है “अभी” ।
तैयारी शुरू करने के पहले आपके पास इस बात का उत्तर होना चाहिए कि “आप इस तैयारी में क्यों आए ?” और यदि यह उत्तर आपके मन में साफ है तो आपको आगे के जीवन में कठिनाइयां जरा कम होगी ।
तैयारी शुरू करने के पहले आपका मन सभी प्रकार की कठिनाइयों को झेलने के लिए तैयार होना चाहिए।
आपके पास हर स्थिति में शांत रहने का ढंग होना चाहिए ।
त्वरित निर्णय ना लेकर विचार करने के पश्चात निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए ।
यदि आप यह सब तैयारी शुरू करने के पहले अपने दिमाग में इन बातों को बैठा लेते हैं तो आपके आगे आने वाला आपका भविष्य उज्जवल, बेहतर और ऊर्जावान होगा ।
आईएस को मिलने वाले लाभ..
” लाभ “शब्द सुनते ही हमारे दोनों कान खड़े हो जाते हैं और यह आपके लिए मोटिवेशन का एक तरीका हो सकता है जो आपको अपने तैयारी के दिनों में काम आएगा ।
वैसे तो इस पद पर वह सभी लाभ हैं जिनके बारे में आप सकारात्मक ढंग से सोच सकते हैं यह शायद उससे ज्यादा है पर यहां मैं आपको कुछ लाभ बताता हूं
आईएस के पास रहने के लिए एक बड़ा बंगला होता है ।
उनके लिए व उसके परिवार के लिए स्वास्थ्य की सुविधाएं होती है ।
उनके पास चलने के लिए गाड़ी होती है कुछ अंगरक्षक होते हैं।
और भी अन्य सुविधाएं…..
उपसंघार…..
बहुत से विद्यार्थी सोच में रहते हैं कि अभी तो हम अपने स्कूली जीवन में है तो क्या हम आईएएस की तैयारी शुरू कर सकते हैं । इसका उत्तर है हां आप कर सकते हैं ।
इस बात को उप संघार में मैंने सिर्फ इसीलिए डाला क्योंकि स्कूली बच्चे आर्टिकल में लिखी सारी बातों को पढ़ लेते हैं पर उन्हें अपने प्रश्न का उत्तर नहीं मिलता ।
मुझे आशा है आपको आईएएस अधिकारी पद के बारे में काफी कुछ जानने को मिला होगा।
आप लोग अपनी तैयारी पूरे जोरदार तरीके से शुरू करें आशा है आप सभी को इस परीक्षा में सफलता प्राप्त हो ।